आषाढ़ का महीना साल का चौथा महीना होता है, जो आमतौर पर जून और जुलाई के बीच में आता है।
Ashadh Month 2025 : आषाढ़ का महीना साल का चौथा महीना होता है, जो आमतौर पर जून और जुलाई के बीच में आता है। वर्ष 2025 में आषाढ़ मास की शुरुआत 12 जून, गुरुवार से हो चुकी है। इस महीने में धार्मिक रूप से कई महत्वपूर्ण तिथि, व्रत और त्योहार मनाए जाने जाते हैं। जो लोग उपवास रखते हैं और धार्मिक अनुष्ठान करते हैं उनके लिए यह मास और भी खास हो जाता है। आषाढ़ मास में विशेष रूप से देव शयनी एकादशी, गुप्त नवरात्र, जगन्नाथपुरी रथ यात्रा और गुरु पूर्णिमा जैसे व्रत और त्यौहार होते हैं, जो बड़े हर्षोउल्लास और श्रद्धा भाव से मनाये जाते है। मानसून के शुरु होने का प्रतीक होने के साथ यह महीना किसानों के लिए भी बहुत ही महत्वपूर्ण होता है, क्योकि यह समय फसलों की बुवाई के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। आषाढ़ शुक्ल एकादशी यानी देवशयनी एकादशी 6 जुलाई को है और इस दिन से चार महीने के लिए भगवान विष्णु योग निद्रा में चले जाएंगे, जिसे ‘चातुर्मास भी’ कहा जाता है। ऐसे में विवाह समेत कोई भी मांगलिक कार्य नहीं किया जाएगा, हालांकि, आषाढ़ माह में भगवान विष्णु के प्रतिदिन भजन-कीर्तन, धार्मिक अनुष्ठान और तप करने का विशेष महत्व है। आइए जानते है आषाढ़ माह में मनाए जाने वाले व्रत और त्यौहार-
14 जून – संकष्टी श्रीगणेश चतुर्थी
19 जून – श्री शीतलाष्टमी
21 जून – योगिनी एकादशी
23 जून – मासशिवरात्रि, प्रदोष व्रत
25 जून – स्नानदान की अमावस्या
26 जून – गुप्त नवरात्रारम्भ
27 जून – जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा
28 जून – वैनायकी श्रीगणेश चतुर्थी
01 जुलाई – श्री स्कन्दषष्ठी
03 जुलाई – श्री दुर्गाष्टमी, परशुरामाष्टमी
04 जुलाई – गुप्त नवरात्रि समापन
06 जुलाई – हरिशयनी एकादशी
10 जुलाई – गुरु पूर्णिमा