जन्माष्टमी पर भगवान श्री कृष्ण के तत्व को समझने के लिए उनके जन्मसार को समझने के साथ गीता को भी समझना जरुरी है। वास्तव में गीता में भगवान श्री कृष्ण ने अर्जुन के माध्यम से संसार को गीता का उपदेश दिया था। कृष्ण ने अर्जुन को गीता का संदेश उस समय दिया जब युद्ध भूमि में चारो ओर अपने ही लोगों को देख उनके पैर डगमगाने और हाथ कांपने लगे थे। ये तो श्री कृष्ण के उपदेशों का ही प्रभाव था कि अर्जुन अपने लक्ष्य को पूरा करने की ओर अग्रसर ही नहीं हुए बल्कि भीष्म पितामह, गुरु द्रोण, कृपाचार्य जैसे महान योद्धाओं के साथ युद्ध करते हुए विजय भी हुए। इसलिए कहा जाता है कि गीता में जीवन की हर एक परेशानी का हल मिल जाता है। श्री कृष्ण की बातें असमंजस में पड़े व्यक्ति को आगे बढ़ते रहने की प्रेरणा देती हैं।
