
Jhalrapatan Sun Temple : राजस्थान का झालावाड़ जिला झालरापाटन भी कहा जाता है, जहां का सूर्य मंदिर प्रमुख दर्शनीय स्थल है. मंदिर का निर्माण नवीं शताब्दी में मालवा के परमार राजाओं ने कराया था. अपनी प्राचीनता और स्थापत्य वैभव के कारण यह मंदिर विश्व प्रसिद्ध कोणार्क सूर्य मंदिर की याद दिलाता है. मंदिर के गर्भगृह में भगवान विष्णु की प्रतिमा के विराजमान होने के कारण इसे राजस्थान का पद्मनाभ मंदिर, आकार में विशाल होने की वजह से बड़ा मंदिर या सात सहेलियों के मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. 110 फीट ऊंचे गगनचुंबी शिखर के साथ मंदिर के गर्भगृह में चतुर्भुज नारायण की मूर्ति भी है जिसके कारण इसे चार भुजा मंदिर के रूप में भी जाना जाता है. पुराणों में भगवान सूर्य देव की उपासना चतुर्भुज नारायण के रूप में की गई है. भारत सरकार के भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग ने राजस्थान के संरक्षित महत्वपूर्ण स्मारकों की सूची में सूर्य मंदिर को प्रथम स्थान दिया है. देश में सूर्य की सबसे अच्छी एवं सुरक्षित प्रतिमा के रूप में इसे मान्यता मिली है.
