
Dharam : सर्पों की माता कद्रु ने अपनी सौतन विनता को दासी बनाने के लिए ही पुत्रों से कहा था कि आसमान में उड़ने वाले सफेद घोड़े की पूंछ पर इस तरह लिपट जाओ कि उसकी पूंछ काली दिखने लगे। हुआ भी ऐसा ही जिसके कारण विनता को दासी बनना पड़ा और गरुड़ ने जन्म के बाद मुक्त कराया। कद्रु के जिन सर्प पुत्रों ने अपनी मां के छल में साथ नहीं दिया, उन्हें उसने शाप दिया था कि तुम लोग जनमेजय के सर्प यज्ञ में भस्म हो जाओगे.
