Aquarius Summer Vacation : बच्चों के साथ पेरेंट्स को भी रखना होगा ध्यान, कुंभ राशि के बच्चों को क्विज कांपटीशन में भाग लेने का मिल सकता है अवसर

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कुंभ राशि और कुंभ लग्न वाले बच्चों के लिए खेल-खेल में बड़ी चीजें सीखने का समय है। बच्चे की पेंडिंग मांग को पूरा करने का समय है।

Aquarius Summer Vacation :  गर्मी की छुट्टियां शुरु होते ही जहां एक ओर बच्चों में खुशी की लहर दौड़ जाती है तो वहीं अभिभावको के लिए भी प्लानिंग और सर्चिंग का दौर शुरु हो जाता है। बच्चों को क्या सिखाया जाए? कहां भेजा जाए? कैसे इन छुट्टियों का सदुपयोग किया जाए? आदि तरह के प्रश्न उनके मन में उठने लगते हैं। बच्चों को सही दिशा और लक्ष्य की ओर आगे बढ़ाने के लिए जरूरी है कि वह जो भी ज्ञान ले वह उनके अनुकूल हो। आपकी इन सभी तरह की समस्याएं दूर होने वाली है क्योंकि इस लेख के माध्यम से ग्रहीय स्थिति के आधार पर हम आपको बताएंगे कि कुंभ राशि या लग्न के बच्चे गर्मी की छुट्टियां किस तरीके से बिताएं, कौन सा काम करें और कौन से काम न करें। किस काम में उनको खतरा है और किस काम में उनकी रुचि बढ़ेगी। जो भविष्य में उनके व्यक्तित्व को संवार सकती है। कुंभराशि और लग्न जिसके स्वामी शनि है जोकि वर्तमान समय में मीन राशि में है और एक लंबी अवधि के लिए वह इसी राशि में रहेंगे। ग्रहों की स्थिति के आधार पर जाने इस राशि के बच्चों के लिए क्या अलर्ट है और क्या एड्वाइस जानते  है-

प्रतियोगिता में हिस्सा लें, नई चीजों को सीखने का करें प्रयास

कुंभ राशि और कुंभ लग्न वाले बच्चों के लिए खेल-खेल में बड़ी चीजें सीखने का समय है। बच्चे की पेंडिंग मांग को पूरा करने का समय है। अगर बच्चा काफी समय से किसी बात को लेकर अपनी रुचि जता रहा है तो अब उसकी इच्छा पूरी कर दें क्योंकि बच्चा खुश रहेगा तो अभिभावक की उसकी प्रसन्नता से प्रसन्न रहेंगे। बच्चे की इच्छा ही ग्रहों की इच्छा है। यानी बच्चा कभी न कभी इसका पा ही लेगा तो क्यों न अभिभावक ही निमित्त बन जाएं।  कोई भी स्पोर्ट्स एक्टिविटीज में भाग ले सकते हैं जिसमें ज्ञान का भी रोल हो। जैसे किसी क्विज की तैयारी करना और उसमें पार्टिसिपेट करना। इसके अतिरिक्त पिता के द्वारा दी गई सलाह काफी कारगर हो सकती है। वैसे ग्रहों की स्थिति कुंभ राशि या लग्न वाले बच्चों को आलराउंडल बना रही है। जो चाहे वह करें। कुंभ राशि स्टोरेज डिवाइस है और एक्टिव है बस ज्ञान भरना बाकी है।

क्या न करें 

  1. किसी भी चीज की अति न करें। क्योंकि अति हमेशा खराब होती है। 

  2. मिर्च कम खाएं अन्यथा पित्त अधिक होने के कारण वोमेटिंग हो सकती है। 

  3. बच्चे के भीतर कोई गुप्त हरकतें भी पनप सकते हैं जिसके बारे में माता पिता अनभिज्ञ हो।

  4. बच्चों की संगत का विशेष ध्यान रखें क्योंकि बच्चे के दिमाग में जो भी विचार आ रहे हैं वह अनफिल्टर्ड हैं यानी गलत सही सब विचार आ रहे हैं। 

  5. अतिउत्साह में कोई काम न करें अन्यथा घुटने और जांघ में चोट लग सकती है। 

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