राहु की छाया में संगठित जीवन, कर्तव्यनिष्ठता और वित्तीय सजगता की अद्भुत गाथा

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जिन व्यक्तियों का जन्म किसी महीने की 4, 13, 22 या 31 तारीख को हुआ हो तो इन तिथियों पर जन्मे लोगों का मूलांक 4 होता है. इस मूलांक का स्वामी राहु ग्रह को माना गया है. धर्म,जाति और रूढ़ि से हटकर दार्शनिक विचारधारा पर चलने वाले होते हैं. मौज मस्ती करना इनका स्वभाव होता है.

4, 13, 22, 31 तारीख को पैदा होने वालों के व्यक्तित्व में आश्चर्यजनक एवं असाधारण कार्य करने की क्षमता होती है.

इस मूलांक के लोग कर्तव्य पूरा करने से कभी पीछे नहीं हटते. सुख हो या दुख बैलेंस बनाए रखना इनका विशेषतम गुण होता है.‌ कोई जिम्मेदारी अधीन के कंधों पर पड़ जाए तो उसे प्रसन्नता के साथ निभाते हैं, ऐसे लोगों को अक्सर दूसरे के कार्य या फिर उनकी परेशानियों को सॉल्व करना अच्छा लगता है. यह जल्दी दूसरों के दुख में शामिल हो जाते हैं और उसे दूर करने के उपाय ढूंढते हैं. कठोर, संवेदनशील, उदार और कर्तव्यनिष्ठ होते हैं, यह अपने जीवन को एक संगठित तरीके से जीने के लिए प्रबल प्रतिबद्ध होते हैं. समस्याओं को कभी तनाव का रूप नहीं लेने देते, बल्कि उसका डटकर सामना करते हैं. 

जिन लोगों की जन्म तारीख 4, 13 22, 31 होती है उन लोगों का मूलांक अंक 4 होता है. ऐसे लोग जीवन पर्याप्त अपने घर के आस-पास और कम घूमने वाले होते .हैं इनका स्वभाव स्थाई है ऐसे में शांत रहना और एक गति में चलना इन्हें भाता है. लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इनकी धैर्य क्षमता बहुत अच्छी होती है. किसी भी काम को करने से पूर्ण यह उसकी पूरी जानकारी लेते हैं और समय आने पर उसे पूरा करते हैं, जिससे अधिकतर उन्हें सफलता ही प्राप्त होती है.  व्यावसायिक या व्यक्तिगत जीवन को विवेकपूर्ण जीवन जीने की कला इन्हें आती है. 

सिद्धांतों को मानने वाले होते हैं. आवश्यकता पड़ने पर यह कठोर और गंभीर हो सकते हैं. भाग्य का इन्हें साथ मिलता है, जिससे अधिक मेहनत को लेकर परेशान नहीं होते. अंतमुर्खी या कम बोलने वाले होते हैं, ऐसे में इन्हें अपने आस-पास के लोगों के साथ बातचीत करना चाहिए और समय बिताना चाहिए. मित्रों की बात करें तो यह मित्रता निभाने में सबसे आगे होते हैं, मित्रों के प्रति उदार भाव रखते हुए उनका ध्यान रखते हैं. धन संचय करने और वित्तीय समृद्धि प्राप्त करने में रुचि होती है. अपने वित्तीय मुद्दों को लेकर सजग रहते हैं, उनता ही व्यय करते हैं जितने की आवश्यकता होती है यानी फिजूलखर्ची करना इनके स्वभाव में नहीं होता है.

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