चौराहे से निकलते समय रहें सावधान, राहु और नकारात्मक ऊर्जा से बचाव के उपाय

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Shashishekhar Tripathi 

हमारे शास्त्रों और परंपराओं में चौराहे को लेकर कई मान्यताएं प्रचलित हैं. इन मान्यताओं का गहरा संबंध राहु ग्रह और उसके नकारात्मक प्रभावों से बताया गया है. यह बातें सिर्फ अंधविश्वास नहीं, बल्कि जीवन को सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा से प्रभावित करने वाले कारकों से बचाव के उपाय हैं. आइए जानते हैं चौराहे और राहु से जुड़ी मान्यताओं के पीछे के कारण और उन पर ध्यान क्यों देना चाहिए.

चौराहे और राहु का संबंध

अक्सर आपने घर के बड़े-बुजुर्गों को कहते सुना होगा कि चौराहे को पार करते समय बहुत सतर्क रहना चाहिए. इसका कारण यह है कि ज्योतिष शास्त्र में चौराहा राहु का प्रतीक माना जाता है. राहु एक प्रकार का भ्रम और माया का स्वामी है. जब राहु अपना कुप्रभाव देता है, तो यह व्यक्ति की मति (बुद्धि) खराब हो जाती है. इसलिए, जब जीवन में राहु की नकारात्मकता प्रभावी होती है, तो मानसिक शांति बनाए रखना अत्यंत आवश्यक हो जाता है. शास्त्रों में कहा भी गया है, “विनाश काले विपरीत बुद्धि,” यानी नकारात्मक समय में बुद्धि सही काम नहीं करती.

राह चलते सतर्कता

राह चलते हुए हमें कई ऐसी वस्तुएं दिखाई देती हैं, जिनका औरा या ऊर्जा नकारात्मक हो सकती है. ऐसे में उनके ऊपर से गुजरने से बचना चाहिए. यदि कोई व्यक्ति उस नकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में आता है, तो उसकी सकारात्मक ऊर्जा का ह्रास हो सकता है. इसी कारण बड़े-बुजुर्ग हमेशा राह चलते सतर्कता बरतने की सलाह देते हैं.

शव और नकारात्मक ऊर्जा

शास्त्रों के अनुसार, मृत प्राणियों के स्पर्श से व्यक्ति अपवित्र हो जाता है. इसलिए शव यात्रा से वापस आने पर स्नान करने का नियम है. कभी-कभी रास्ते में दुर्घटना के बाद जानवरों के शव पड़े मिलते हैं. ऐसे में उस शव के ऊपर से वाहन निकालने या उसे छूने से बचना चाहिए, क्योंकि उनकी नकारात्मक ऊर्जा आपके मन और शरीर पर बुरा प्रभाव डाल सकती है. अगर गलती से स्पर्श हो जाए तो घर जाकर स्नान अवश्य करना चाहिए.

बालों से बचाव

सड़कों पर पड़े बालों को भी अपवित्र माना गया है. ऐसे बालों को लांघने से बचना चाहिए. शास्त्रों में यह कहा गया है कि जितनी आपकी लंबाई है, उतनी दूरी बनाकर ही उस स्थान से गुजरना चाहिए. इससे नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव आप तक नहीं पहुंचता है.

कांटे और नकारात्मकता

यदि रास्ते में कांटे पड़े हों, तो उनसे भी दूरी बनाकर चलना चाहिए. मान्यता है कि कुछ लोग अपने जीवन की कठिनाइयों से छुटकारा पाने के लिए कांटे चौराहे या रास्ते में रखते हैं. ऐसे कांटे आपके जीवन में भी समस्याएं ला सकते हैं, इसलिए इनसे दूर रहना चाहिए.

जली हुई वस्तुओं से दूरी

किसी भी प्रकार की राख, जली हुई लकड़ी, या अन्य कोई जली हुई वस्तु को लांघना नहीं चाहिए. यह नकारात्मक ऊर्जा को सक्रिय कर सकती है और स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल सकती है. विशेषकर, सड़क पर रखे नींबू या जली हुई चीजों को वाहन से कुचलना या उनके ऊपर से गुजरना अशुभ माना जाता है.

चौराहे पर रखे नींबू और पत्तल

कई बार चौराहों पर नींबू या पत्तल में खाद्य सामग्री रोखी हुई दिखाई देती है. ऐसा प्रतीत होता है कि वहां कोई विशेष पूजा हुई है. ऐसी जगहों से हमेशा किनारे होकर गुजरना चाहिए. यह वस्तुएं राहु की नकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित कर सकती हैं, इसलिए सावधानी बरतनी जरूरी है.

चौराहे और राहु से जुड़े इन नियमों का पालन करने से व्यक्ति नकारात्मक ऊर्जा से बच सकता है. हमारे शास्त्रों और परंपराओं ने इन सावधानियों को सदियों से महत्व दिया है. आज भी इन पर ध्यान देना आवश्यक है, ताकि जीवन में सुख, शांति, और समृद्धि बनी रहे.

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