आने वाले सात वर्षों तक शनि की यह स्थिति मेष राशि के जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी।
SHANI TRANSIT : 29 मार्च 2025 से मेष राशि पर शनि की साढ़ेसाती का प्रथम चरण आरंभ होगा। आने वाले सात वर्षों तक शनि की यह स्थिति मेष राशि के जातकों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाएगी। यह अवधि धैर्य और सतर्कता की मांग करती है क्योंकि शनि की साढ़ेसाती जीवन के विभिन्न क्षेत्रों में चुनौतीपूर्ण स्थितियाँ उत्पन्न कर सकती है।
खर्चों में वृद्धि और कानूनी चुनौतियाँ
शनि देव के प्रभाव के कारण मेष राशि के जातकों को अनावश्यक खर्चों में वृद्धि का सामना करना पड़ सकता है। विशेष रूप से, शनि की स्थिति के कारण विदेश यात्रा, चिकित्सा या अन्य अप्रत्याशित कारणों से आर्थिक भार बढ़ सकता है। कानूनी मामलों में उलझने की संभावना रहेगी, इसलिए किसी भी विवाद से बचने की कोशिश करें। अनैतिक या गैरकानूनी कार्यों में शामिल होने से बचना इस समय विशेष रूप से आवश्यक होगा।
कार्यस्थल पर प्रतिस्पर्धा और चुनौतियाँ
मेष राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में बढ़ती प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है। शत्रु सक्रिय रह सकते हैं और छोटी-छोटी लापरवाहियाँ भी बड़े नुकसान का कारण बन सकती हैं। कार्यस्थल पर अपनी कार्यकुशलता और ईमानदारी बनाए रखें। हालाँकि, गुरु की शुभ दृष्टि के कारण बड़े नुकसान से बचाव संभव होगा। इस दौरान अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ मधुर संबंध बनाए रखें।
कार्यस्थल पर अपनी कार्यकुशलता और ईमानदारी बनाए रखें प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ सकता है
स्वास्थ्य और पारिवारिक जीवन पर प्रभाव
स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही इस समय भारी पड़ सकती है। थकान, अनिद्रा, और मानसिक तनाव जैसी समस्याएँ परेशान कर सकती हैं। पुराने रोग उभर सकते हैं, इसलिए नियमित स्वास्थ्य जांच कराते रहें। पारिवारिक जीवन में विवाद और मतभेद की संभावना रहेगी। माता-पिता की सेहत का विशेष ध्यान रखें और घर में शांति बनाए रखने का प्रयास करें। फिजूलखर्ची से बचें और आर्थिक मामलों में सतर्कता बरतें।
ऐसे करें शनि देव को प्रसन्न
शनि की साढ़ेसाती के दौरान नियमित रूप से व्यायाम करते रहे। किसी भी प्रकार का नशा करते हो तो उसे अब त्याग दें। अपनी जरूरतों को कम रखें अनावश्यक रूप से राजसिक खर्चों से बचना चाहिए। इसके अलावा गरीब जरूरतमंदों की हर संभव मदद करना चाहिए। गरीबों की मदद करने से शनि देव की कृपा प्राप्त होती है। इसके अलावा काले तिल, सरसों या तिल का तेल और उड़द का दान शनिवार को करें। नियमित रूप से हनुमान चालीसा का पाठ करें । किसी भी नए व्यापार या निवेश से पहले विशेषज्ञ से परामर्श अवश्य लें। सेहत का विशेष ध्यान रखें और मानसिक शांति के लिए योग व ध्यान का अभ्यास करें।