
Shakun Apshakun : हमारे आस-पास हो रही घटनाओं का असर हम पर और हमारे कार्यों पर कभी सकारात्मक तो कभी नकारात्मक रूप से पड़ता है, जिन्हें शकुन-अपशकुन से जोड़ा जाता है। शकुन अपशकुन का ज्ञान मौखिक रूप से पीढ़ी दर पीढ़ी ट्रांसफर होता आ रहा है। आपने भी अपने बड़े बुजुर्गों के मुख से शकुन अपशकुन और इससे जुड़े अच्छे बुरे प्रभाव के बारे में कई बार सुना होगा। वास्तव में शकुन अपशकुन प्रकृति, स्वप्न, अंगों के फड़कने, किसी विशेष समय व परिस्थिति में जीव जंतु को देखने या उनके आपके ऊपर गिरने या चढ़ने आदि घटनाओं से संबंधित होते है। जीव जंतु का चलना, रेंगना या गिरना एक सामान्य प्रक्रिया है। जीव जंतु में बात करते हैं छिपकली की, जिसे देखते ही अधिकांश लोगों के डर से पसीने तक छूट जाते हैं। छिपकली का व्यक्ति के किसी अंग पर गिरना या चढ़ना आम नहीं माना जाता है बल्कि इसे शकुन और अपशकुन से जोड़ा जाता है। छिपकली का गिरना या चढ़ना भविष्य में होने वाली अच्छी बुरी घटनाओं का संकेत होता है, इसलिए इसे लेकर अलर्ट हो जाना चाहिए। आइए छिपकली से जुड़े कुछ शकुन-अपशकुन के बारे में जानते है जो कि आपके बड़ा काम आ सकता है-



