कर्क राशि के लिए बृहस्पति इस समय आपके 11वें भाव से गोचर कर रहे हैं, जो कि लाभ का भाव है. यह आपके लिए लाभ देने वाला है, भले ही आप पर शनि की ढैया चल रही हो. बृहस्पति के सहयोग से आपको भाग्य का साथ मिलेगा, विशेष रूप से यदि आपकी कुंडली में बृहस्पति की दशा चल रही है. लेकिन ध्यान रहे, बृहस्पति का वक्री होना यह बताता है कि जो भी लाभ आपको मिलेगा, उसे पाने के लिए आपको मेहनत करनी पड़ेगी.
कर्क राशि वालों के लिए यह समय लाभ और अवसरों से भरा है. जबकि कुछ चुनौतियाँ सामने आएंगी, सही प्रयासों के साथ, आप इनका सामना कर सकते हैं. अपने सामाजिक संबंधों को मजबूत करें और दूसरों की मदद करने के लिए तत्पर रहें. यह समय आपके लिए सकारात्मक बदलावों का संकेत दे रहा है.
लाभ और अवसर:
11वां भाव इच्छापूर्ति का घर है और महर्षि पराशर के अनुसार, यह लाभ का स्थान भी है. इस भाव में बृहस्पति के होने से आपको लाभ मिलना निश्चित है, लेकिन यह उलझनों के साथ आएगा. जैसे एक उलझा हुआ धागा, जिसे सुलझाने के बाद ही आप उपयोग कर सकते हैं. यदि आप अपने प्रयासों को सही दिशा में लगाते हैं, तो आप प्रगति कर सकते हैं.
सामाजिक संबंध:
बृहस्पति का यह गोचर आपके बड़े भाई, मित्रों और समाज के लिए भी लाभकारी है. इसलिए, यदि आप दूसरों की मदद करते रहेंगे, तो आपको भी मदद मिलती रहेगी. बृहस्पति की सातवीं दृष्टि संतान भाव और विवाह भाव पर भी है. इस स्थिति में, जिन लोगों का विवाह लंबे समय से अटका हुआ था, उनके लिए विवाह की संभावनाएं अब बढ़ रही हैं.
नई योजनाएँ और परियोजनाएँ:
अगर आप कोई नया काम शुरू करना चाहते हैं या किसी नई फैक्ट्री की योजना बना रहे हैं, तो यह समय आपके लिए उपयुक्त है. आप अपने विचारों को कार्यान्वित कर सकते हैं या नई योजनाओं की शुरुआत कर सकते हैं.
शनि की ढैया का प्रभाव:
हालाँकि बृहस्पति आपको लाभ दे रहे हैं, लेकिन शनि की ढैया के कारण यह लाभ कुछ कम हो सकता है.