Shashishekhar Tripathi
सूर्य देव 17 अक्टूबर को अपनी नीच राशि तुला में प्रवेश करने जा रहे हैं, जिससे उनकी सामान्य शक्तियों में कमी आती है. ग्रहों के राजा कहे जाने वाले सूर्य जब इस स्थान पर आते हैं, तो उनकी सकारात्मक ऊर्जा थोड़ी धीमी पड़ जाती है. इस वर्ष, सूर्य का यह परिवर्तन मेष राशि के जातकों पर विशेष प्रभाव डालेगा. इस गोचर के दौरान, मेष राशि वालों को कुछ महत्वपूर्ण चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, लेकिन उचित उपायों से इनका समाधान भी संभव है.
मेष राशि के लिए सूर्य के गोचर के प्रमुख प्रभाव
संबंधों में तालमेल की कमी:
सूर्य का तुला में गोचर मेष राशि के जातकों के वैवाहिक और व्यक्तिगत संबंधों में उतार-चढ़ाव लेकर आ सकता है. जीवनसाथी या पार्टनर के साथ बातचीत में दरारें आ सकती हैं. इस समय आपको धैर्य और समझदारी से काम लेना होगा. सूर्य की कमजोर स्थिति के कारण, पार्टनर के साथ विवाद या क्रोध की स्थिति उत्पन्न हो सकती है इसलिए यह आवश्यक है कि आप शांत और संतुलित दृष्टिकोण अपनाएं. पार्टनर के क्रोध में आने पर, आपको शांति से स्थिति को संभालना होगा.
ऑफिस में चुनौतीपूर्ण समय:
25 अक्टूबर के बाद आपको अपने कार्यस्थल पर अधिक धैर्य और संयम से काम लेना पड़ेगा. ऑफिस में आपके सहकर्मियों के साथ किसी भी प्रकार के विवाद की संभावना हो सकती है. यह समय धैर्य से अपने कार्यों को पूरा करने का है. आप देखेंगे कि कामकाज का बोझ अधिक हो सकता है और इसे पूरा करने के लिए आपको सामान्य से अधिक मेहनत करनी पड़ेगी.
व्यवसाय और स्पोर्ट्स में नए अवसर:
खेलकूद या खेल संबंधी व्यवसाय करने वाले जातकों के लिए यह समय लाभकारी हो सकता है. इस दौरान आपके व्यवसाय में वृद्धि के नए अवसर बन सकते हैं. विशेष रूप से, जो लोग स्पोर्ट्स से संबंधित व्यवसाय में हैं, उन्हें नए व्यापार की योजना बनाने के अच्छे मौके मिल सकते हैं. खेलों में रुचि रखने वाले युवाओं के लिए भी यह समय काफी सकारात्मक रहेगा.
युवाओं के लिए विशेष सुझाव:
इस समय युवाओं को मित्रों के साथ किसी भी प्रकार के विवाद से बचने की सलाह दी जाती है. दोस्ती में आने वाले छोटे-मोटे तनावों को नज़रअंदाज करना बेहतर रहेगा. प्रेम संबंधों में भी जल्दबाजी में कोई निर्णय लेने से बचें. समझदारी और धैर्य से लिए गए निर्णय आपके लिए लाभकारी सिद्ध होंगे.
जीवनसाथी के स्वास्थ्य में गिरावट:
सूर्य का यह गोचर आपके जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. हड्डियों से संबंधित समस्याएं या उच्च रक्तचाप (बीपी) जैसी बीमारियों की संभावना बढ़ सकती है. इसलिए इस दौरान जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान दें और नियमित स्वास्थ्य जांच करवाएं.
पेट और वाहन दुर्घटनाओं का खतरा:
इस समय पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है, जैसे पेट में दर्द, अपच, या गैस की समस्या. साथ ही, वाहन चलाते समय सावधानी बरतें क्योंकि दुर्घटना का खतरा अधिक हो सकता है. यदि आप लंबे समय से अपने स्वास्थ्य की अनदेखी कर रहे हैं, तो अब समय आ गया है कि आप इसे अपनी दिनचर्या में शामिल करें. नियमित व्यायाम और स्वास्थ्य पर ध्यान देने से आप इन समस्याओं से बच सकते हैं.
वजन को नियंत्रित रखें और नियमित व्यायाम करें:
यह समय आपके लिए वजन पर नियंत्रण रखने और फिट रहने का भी है. नियमित व्यायाम को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं, जिससे आप न केवल शारीरिक रूप से स्वस्थ रहेंगे बल्कि मानसिक शांति भी महसूस करेंगे.
परिवार में शुभ सूचना:
इस गोचर के दौरान आपके घर में कोई शुभ सूचना मिल सकती है. कुल में वृद्धि या परिवार में किसी नए सदस्य के आगमन की संभावना है, जिससे परिवार में खुशियों का माहौल बनेगा. परिवार के साथ समय बिताना और उनके साथ सुखद क्षण साझा करना आपको मानसिक शांति और संतुलन प्रदान करेगा.
संबंधों में सामंजस्य बनाए रखें:
अपने जीवनसाथी, पार्टनर या मित्रों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना इस समय बेहद जरूरी होगा. छोटी-छोटी बातों पर विवाद करने से बचें और उनके साथ बातचीत करते समय धैर्य और समझदारी से काम लें.
स्वास्थ्य का ध्यान रखें और सक्रिय रहें:
व्यायाम को अपने जीवन का अभिन्न हिस्सा बनाएं. नियमित योग और व्यायाम करने से आप शारीरिक और मानसिक रूप से बेहतर महसूस करेंगे. इसके साथ ही, समय-समय पर अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य की जांच करवाते रहें.
इस प्रकार, सूर्य का तुला राशि में गोचर मेष राशि के जातकों के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है, लेकिन धैर्य, संयम और सही उपायों से इस समय को सफलतापूर्वक पार किया जा सकता है. सूर्य देव की आराधना और शांति का मार्ग अपनाकर आप इस गोचर के समय को शुभ बना सकते हैं.



