Vedeye Desk
कार्तिक मास का आगाज़ का 17 अक्टूबर से हो रहा है, जो विशेष रूप से भगवान विष्णु का महीना माना जाता है. इस मास में कई महत्वपूर्ण व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं, जो भक्ति और आस्था का प्रतीक हैं. आइए, जानते हैं कार्तिक मास के महत्व और इसमें मनाए जाने वाले प्रमुख व्रत-त्योहारों के बारे में.
कार्तिक मास का महत्व
ब्रह्माजी ने नारद जी से कहा था कि “मासों में कार्तिक, देवताओं में विष्णु श्रेष्ठ है.” इस माह की विशेषता यह है कि इसमें भक्ति भाव से श्री रामायण, श्री विष्णु सहस्त्रनाम और श्री भगवत गीता का पाठ करने का महत्व कई गुना बढ़ जाता है.
कार्तिक में विशेष व्रत-त्योहार
कार्तिक मास में निम्नलिखित प्रमुख व्रत और त्योहार मनाए जाते हैं:
- करवा चौथ: इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए व्रत रखती हैं.
- अहोई अष्टमी: यह व्रत बच्चों की उन्नति के लिए किया जाता है.
- रम्भा एकादशी: इस दिन भगवान श्री कृष्ण की पूजा कर ब्राह्मणों को भोजन कराना आवश्यक है.
- गोवत्स द्वादशी: गाय और बछड़े की पूजा की जाती है.
- धनतेरस: इस दिन धन्वंतरि की पूजा होती है.
- नरक चतुर्दशी: इस दिन दीप दान करने की परंपरा है.
- दीपावली: यह रोशनी का पर्व है, जिसे भगवान श्री राम के अयोध्या लौटने की खुशी में मनाया जाता है.
- गोवर्धन पूजा: इस दिन भगवान कृष्ण के गोवर्धन पर्वत की पूजा की जाती है.
- भाई दूज: बहनें अपने भाई की लंबी उम्र की कामना करती हैं.
- छठ पूजा: सूर्य देव की उपासना के लिए किया जाने वाला व्रत.
तुलसी का महत्व
कार्तिक मास में तुलसी का विशेष महत्व है. जो मनुष्य इस मास में तुलसी दल चढ़ाकर भगवान विष्णु की पूजा करता है, वह एक-एक दल पर तुला दान करने का फल पाता है.
गजेंद्र मोक्ष का पाठ
जो लोग बड़े संकट में फंसे हैं, जैसे लोन या रोग, वे गजेंद्र मोक्ष का नित्य पाठ करें. इसे भक्ति भाव से करने पर नारायण स्वयं रक्षा करते हैं.
दान का महत्व
कार्तिक मास में दान का विशेष महत्व है. इस माह में निम्नलिखित दान करने की परंपरा है:
– गाय का दान करें.
– पेड़-पौधे लगाएं.
– केला और आंवले के फल का दान करें.
– तुलसी का दान करना चाहिए.
कार्तिक मास न केवल भक्ति और आस्था का प्रतीक है, बल्कि यह सामाजिक और पारिवारिक संबंधों को मजबूत करने का भी समय है. इस माह में किए गए व्रत और पूजा से जीवन में सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है. इस विशेष माह में सभी भक्तगण भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त करें और अपने जीवन में सकारात्मकता लाएं.



