Pt. Shashishekhar Tripathi
करवा चौथ का पर्व पति-पत्नी के रिश्ते में एक नया उत्साह भरने का मौका है. यदि पति इस दिन पत्नी के प्रति संवेदनशील रहेंगे तो न केवल उनकी पत्नी खुश रहेंगी, बल्कि गणपति भी उन पर अपनी कृपा बरसाएंगे. यह दिन प्यार, समर्पण और समझ का प्रतीक है, जिसे दोनों को मिलकर मनाना चाहिए. गणपति की नाराजगी से बचने के लिए, पति को चाहिए कि वे इस दिन का महत्व समझें और अपनी पत्नी के प्रति स्नेह और सम्मान का भाव रखें.
करवा चौथ का पर्व न केवल भारतीय संस्कृति का महत्वपूर्ण हिस्सा है, बल्कि यह प्रेम और समर्पण का प्रतीक भी है. इस दिन, महिलाएँ अपने पति की लंबी उम्र और अच्छे स्वास्थ्य के लिए उपवास रखती हैं. इस विशेष अवसर पर, पति को भी कुछ बातें ध्यान में रखनी चाहिए, ताकि वह अपनी पत्नी के व्रत और पूजा की भावना का सम्मान कर सकें. अगर पति इन बातों का ध्यान नहीं रखते हैं, तो इसका असर न केवल पत्नी पर, बल्कि गणपति की कृपा पर भी पड़ सकता है.
पत्नी की भावना को ठेस न पहुंचाएं
करवा चौथ पर पत्नी द्वारा उपवास रखना एक महत्वपूर्ण और भावनात्मक पहलू है. अगर पति इसे नजरअंदाज करते हैं या इसे हल्के में लेते हैं, तो इससे पत्नी की भावनाएँ आहत हो सकती हैं. गणपति की कृपा के लिए पति को चाहिए कि वे पत्नी के प्रयासों और भावनाओँ की सराहना करें.
पूजा की विधियों का पालन करें
इस दिन पति को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि वे पूजा की सभी विधियों का पालन करें. यदि वह पूजा को लेकर लापरवाह रहते हैं या उचित ध्यान नहीं देते हैं, तो यह पत्नी को निराश कर सकता है. गणपति के प्रति अनादर दिखाना उनके प्रति भी नाराजगी का कारण बन सकता है.
महिलाओं की तुलना करना
इस खास दिन पर पति को अपनी पत्नी की तुलना किसी अन्य महिला से नहीं करनी चाहिए. इससे पत्नी की आत्मा दुखी हो सकती है. जो स्त्री अपने पति के लिए दिनभर सकारात्मक भाव से भरी हो और फिर उसी व्यक्ति से ठेस पहुंचे तो यह भगवान गणेश को पसंद नहीं. यह गणपति के प्रति अनादर का संकेत भी हो सकता है. इससे गणपति कुपित हो सकते हैं.
पति रहें पॉजिटिव
इस दिन, पति को सकारात्मक रहना चाहिए. अगर वह नकारात्मकता या उदासी प्रदर्शित करते हैं, तो यह पत्नी के मनोबल को गिरा सकता है. गणपति की कृपा के लिए खुश रहना और सकारात्मकता बनाए रखना आवश्यक है.
न डालें व्यवधान
इस दिन पत्नी की पूजा और उपवास का पूरा ध्यान रखना चाहिए. पति को चाहिए कि वे पत्नी के काम में हस्तक्षेप न करें, क्योंकि इससे पूजा की प्रक्रिया में विघ्न आ सकता है और गणपति की नाराजगी का कारण बन सकता है.
सामग्री की कमी
करवा चौथ की पूजा में विशेष सामग्री की आवश्यकता होती है. पति को इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि पूजा की सभी सामग्रियाँ समय पर उपलब्ध हों. अगर पूजा में कोई कमी रह जाती है, तो यह गणपति के प्रति अनादर को दर्शाता है.
नकारात्मक बातों का उल्लेख
इस दिन पति को नकारात्मक बातों या तनावपूर्ण विषयों का उल्लेख नहीं करना चाहिए. इससे पत्नी के मन में अशांति हो सकती है और गणपति की कृपा पर भी असर पड़ सकता है.