वृष राशि के लिए शुक्र की राशि में बैठे हुए बृहस्पति आपके राशि के ऊपर से गोचर कर रहे हैं. यह गोचर आपके स्टेटस में सुधार लाने, ज्ञान बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है. हालांकि, बृहस्पति आपकी राशि के लिए हमेशा अच्छे कारक ग्रह नहीं बनते. जबकि वे आय के घर के स्वामी हैं, लेकिन स्वास्थ्य पर उनका नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है. जब बृहस्पति 9 अक्टूबर 2024 से 4 फरवरी 2025 तक वक्री होंगे, तो इससे आपके स्वास्थ्य में कुछ चुनौतियाँ आ सकती हैं. इस अवधि में वृष राशि वालों को अपने स्वास्थ्य और पारिवारिक मामलों पर ध्यान देना होगा. बृहस्पति का वक्री होना कुछ चुनौतियों के साथ-साथ अवसर भी लाएगा. यदि आप धार्मिक कार्यों से जुड़े रहेंगे, तो आपको अनुकूल परिणाम मिल सकते हैं. अंत में, गुरु के वक्री प्रभाव के दौरान आपको जो उपाय सुझाए गए हैं, उन्हें करना न भूलें.
स्वास्थ्य पर प्रभाव:
गुरु के वक्री होने से स्वास्थ्य पर अधिक मेहनत करनी पड़ेगी. आपको अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखने की आवश्यकता है. यह समय आपकी सेहत की समस्याओं को समझने और उनसे निपटने के लिए एक अच्छा अवसर है.
धन और स्टेटस:
जब बृहस्पति देव आपकी राशि के स्वामी (लग्न के स्वामी) शुक्र के संपर्क में आएंगे, जो कि 13 अक्टूबर से 7 नवंबर 2024 तक वृश्चिक राशि में रहेंगे, तो यह एक सकारात्मक संयोग बनेगा. गुरु और शुक्र का समसप्तक दृष्टि से संबंध आपके लिए धन और स्टेटस में सुधार लाने वाला होगा. इस समय आपके आय के घर और लग्न के स्वामी के बीच संबंध से आपकी आर्थिक स्थिति में सुधार होगा.
संतान और धर्म:
बृहस्पति की दृष्टि पंचम भाव और नवम भाव पर होने से संतान को लेकर कुछ उलझनें आ सकती हैं. आपकी संतान से संबंधित कुछ मुद्दे सामने आ सकते हैं. साथ ही, बृहस्पति की नवी दृष्टि धर्म भाव पर जा रही है, इसलिए धार्मिक कार्यों से जुड़े रहना आपके लिए फायदेमंद होगा.
मिस्ट्री
गुरु का प्रभाव आपकी पुरानी जिंदगियों के रहस्यों को उजागर कर सकता है. आपको अपनी भूतपूर्व कर्मों का सामना करने का साहस और क्षमता प्राप्त हो सकती है.