Dharam: ऋण भी रोग की तरह होते हैं, जो ढिलाई देने पर और बढ़ते ही जाते हैं इसलिए व्यक्ति को हमेशा कर्ज मुक्त रहने का प्रयास करना चाहिए. यह एक ऐसा दीमक है जो व्यक्ति को धीरे-धीरे क्रोध, तनाव और रोग के समीप ले जाता है. ऋण अपने साथ तमाम तरह की बीमारी, गृह क्लेश और मानसिक तनाव लेकर आता है. जरुरत पड़ने पर व्यक्ति लोन तो लेता है, लेकिन जैसे वह इसे अदा करने की ओर आगे बढ़ता है उसे अन्य कई तरह की समस्याएं घेर लेती है और वह अपने प्रयास में फेल हो जाता है. कई बार तो व्यक्ति हताश होकर अपने प्राणों की आहूति देने तक के लिए तैयार हो जाता है. यदि आप भी ऋणभार के इस बुरे दौर से गुजर रहे हैं, तो इन समस्याओं से निजात पाने के लिए नियमित रूप से गणपति जी का ध्यान लगाना शुरू करें. वे विघ्नहर्ता हैं और उनकी पूजा से सभी विघ्न दूर होते हैं. यहां कुछ ऐसे ही सरल उपाय प्रस्तुत है, जिनके प्रयोग से ऋण मुक्त हो सकते हैं.
ऋणमोचक स्तोत्र का करें पाठ
ऋण ले तो लिया है लेकिन इसे चुकता करने में आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो श्री गणेश स्तोत्र, ऋणमोचक और कवच का पाठ करना शुरु करें. आप किसी भी दिन से पाठ की शुरुआत कर सकते हैं लेकिन वार में बुधवार और तिथि में चौथ के दिन से पाठ की शुरुआत करना बेहद शुभ माना जाता है. नियमित रूप से 6 महीने तक उपरोक्त पाठ करने से गणपति जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है और धन प्राप्ति होने लगती है. जब तक ऋण अदा नहीं हो जाता, तब तक ऋणहर्ता श्री गणेश स्तोत्र, ऋणमोचक और कवच का पाठ करते रहें.
तिजोरी में इस चीज को रखने से होगा फायदा
ऋण मुक्ति के लिए पूजन पाठ और मेहनत तो आप कर ही रहे हैं, उसके साथ आपको एक छोटा सा उपाय और भी करना है. गणपति जी को भोग, फूल माला चढ़ाने के साथ दूर्वा भी जरूर अर्पित करनी है. महीने में दो बार पड़ने वाली चतुर्थी के दिन गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं. गणेश जी को चढ़ाई हुई दूर्वा को प्रसाद के रुप में घर लाकर अगली चौथ आने तक तिजोरी में रखना है, फिर अगली चौथ आने पर इसे नई दूर्वा से बदल देना है.
नारियल और गुड़ का प्रसाद चढ़ाएं
भोजनथाल में यदि पसंदीदा व्यंजन हो, तो आप भी बड़े चटकारे के साथ उस भोजन का लुफ्त उठाते हैं, ठीक उसी तरह गणेश जी को भी कुछ भोग अति प्रिय है. गणपति जी को प्रसन्न करने के लिए उनकी पूजा अर्चना करने के साथ उन्हें नारियल, गुड़ और मोदक का भोग जरूर लगाए.
मंगलवार से करें ऋण अदायगी की शुरुआत
यदि आपने कोई ऋण ले रखा है, तो मंगलवार के दिन से ऋण अदायगी की शुरुआत करने का प्रयास करें. ऋण की प्रथम किश्त देने से पहले गणेश जी के मंदिर में दूर्वा, नारियल और गुड़ का प्रसाद चढ़ाएं साथ ही प्रभु से कर्ज से शीघ्र मुक्ति दिलवाने का निवेदन करें.
दूर्वा तिजोरी में रखें
ऋण मुक्ति के लिए चतुर्थी के दिन गणेश जी के दर्शन और उनका पूजन जरुर करें. चतुर्थी के दिन गणेश जी को चढ़ाई दूर्वा घर लाकर तिजोरी में रखें और प्रत्येक चतुर्थी के दिन इस बदल दे यानी कि हर चतुर्थी के दिन आपको नई दूर्वा लानी है, पुरानी वाली से बदल देनी है.
चतुर्थी पर गणेश जी का करें अभिषेक
गजानन महाराज की कृपा पाने के लिए यह उपाय अत्यंत प्रभावी माना जाता है. गणेश चतुर्थी मंगलवार के दिन पड़े यानी अंगारकी चतुर्थी के दिन गणपति का विशेष अभिषेक करना चाहिए. ऐसा 1 वर्ष तक सभी अंगारकी चतुर्थी पर किया जाए ,तो कर्ज कम होने लगता है.