Vedeye Desk
दशहरा पूरा होते ही पंच दिवसीय पर्व दीपावली की तैयारियां शुरु हो जाती हैं. यह पर्व ही सकारात्मक ऊर्जा से भरा और लोगों के बीच प्रेम व सौहार्द का संचार करने वाला है. यह त्योहार परिवार और दोस्तों के साथ आनंद उठाने का व परंपरा से जुड़ने का तरीका है. इस पर्व को कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाया जाता है और इसे कमला तथा लक्ष्मी जयंती भी कहा जाता है. इस त्योहार की खास बात यही है कि जहां एक ओर अमावस्या के कारण सारा वातावरण अंधकार में डूबा होता है किंतु जगमग दीपों से अंधकार दूर क उजाला फैला दिया जाता है. देश के हर कोने में तो यह त्योहार धूम धाम से मनाया ही जाता है, अब तो विदेशों में रहने वाले भारतीयों के साथ वहां के लोग भी इस पर्व का आनंद उठाते हैं.
यूं तो दीपावली का मुख्य पर्व पहली नवंबर को मनाया जाएगा, किंतु सभी लोग अपने अपने घरों की सफाई और सजावट में अभी से व्यस्त हो गए हैं. धनतेरस पर ज्वैलरी खरीद के साथ ही इस बात की प्लानिंग भी की जा रही है कि इस बार कौन सा नया बर्तन लिया जाएगा. बहुत से लोग दीपावली के मौके पर ही वाहन या मकान भी खरीदते हैं. इन तैयारियों के बीच में आपको यह जानना भी जरूरी है कि ऐसी कौन सी छोटी छोटी बातें हैं, जिन्हें हमें दीपावली की प्लानिंग में शामिल करना चाहिए.
– दीपावली एक ऐसा त्योहार है, जब घर के कोने-कोने की सफाई की जाती है, घर की सफाई करते समय अनुपयोगी व कबाड़ को घर से बाहर निकालना न भूलें क्योंकि यह सारी चीजें नकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाती हैं और जहां पर नकारात्मक ऊर्जा और गंदगी होती है वहां पर लक्ष्मी जी नहीं आती हैं.
– घर की सभी वस्तुओं को सुनियोजित एवम सुसज्जित ढंग से रखें, शोकेस में भी जो सजावटी सामान रखे हैं, उन्हें साफ कर व्यवस्थित कर देना चाहिए.
– दीपावली के मुख्य पर्व के दो दिन पहले धन त्रयोदशी होती है, इस दिन धन के लिए भगवान कुबेर और आरोग्य के लिए भगवान धनवंतरी जी की उपासना करनी चाहिए. भगवान धनवंतरी जी की जयंती भी इसी दिन मनाई जाती है.
– इसके बाद आता है नरक चतुर्दशी की पर्व जिसमें वरुण, यम और हनुमान जी की उपासना करना शुभ माना जाता है. इस दिन हनुमान जयंती मानी जाती है इसलिए हनुमान जी पर चोला चढ़ाने के बाद भोग लगाएं और सुंदर कांड या हनुमान चालीसा का पाठ कर सकें तो अति उत्तम रहेगा.
– दीपावली के दिन घर के सभी लोगों को सूर्योदय से पहले उठकर स्नान आदि कर नए कपड़े पहनें, नए न होने पर स्वच्छ कपड़े पहनने चाहिए.
– धन लाभ के लिए दीपावली का समय परम सिद्ध माना गया है. छोटे-बड़े सभी व्यापारी वर्ग अपनी दुकान पर माता लक्ष्मी का पूजन करते हैं इसलिए सभी को शुभ मुहूर्त में पूजा करनी चाहिए. इसके बाद घरों में आकर शुभ मुहूर्त में पूजा करने के बाद घर के हर कोने में दीप जला कर रोशनी करना न भूलें.
– प्रतिपदा के दिन गोवर्धन पूजा का महत्व है जो सामूहिकता का आभास कराता है.
– दूज में भाई यम और बहन यमुना का महत्व है,भाई बहन के इस प्रेम को ही बहनें अपने भाई के टीका कर मनाती हैं.