Shashishekhar Tripathi
आश्विन कृष्णपक्ष मास का प्रारंभ 18 सितंबर, गुरुवार से शुरु हो चुका है और यह 16 अक्टबूर तक रहेगा. 3 अक्टूबर से से शारदीय नवरात्रि का शुfestivalभारंभ हो जाएगा जिसमें प्रतिपदा के दिन अच्छे मुहूर्त को देख कर घट स्थापना की जाएगी. नवरात्रि में देवी दुर्गा के विभिन्न रूपों की आराधना पूरी श्रद्धा भक्ति और विश्वास के साथ की जाती है. अभी से प्रतिपदा से लेकर नवमी तक की तारीखों को अपनी डायरी में लिख लें. यदि आप पूरे नवरात्रि व्रत रखते हैं तो आपको दशमी के दिन कन्या पूजन के बाद ही पारण करना चाहिए.
18 सितंबर बुधवार- प्रतिपदा श्राद्ध
19 सितंबर गुरुवार – द्वितीया श्राद्ध
20 सितंबर शुक्रवार – तृतीया श्राद्ध
21 सितंबर शनिवार – चतुर्थी श्राद्ध
22 सितंबर , रविवार – पंचमी श्राद्ध
23 सितंबर, सोमवार – षष्ठी श्राद्ध
24 सितंबर मंगलवार – सप्तमी श्राद्ध
25 सितंबर बुधवार – अष्टमी श्राद्ध. जीवित्पुत्रिका व्रत
26 सितंबर, गुरुवार – नवमी श्राद्ध, सौभाग्यवतीनां श्राद्ध
27 सितंबर शुक्रवार – दशमी श्राद्ध
28 सितंबर शनिवार– इंदिरा एकादशी व्र्त, एकादशी श्राद्ध
29 सितंबर रविवार– द्वादशी श्राद्ध
30 सितंबर सोमवार– त्रयोदशी श्राद्ध, प्रदोष व्रत, मासिक शिवरात्रि
1 अक्टूबर, मंगलवार – चतुर्दशी श्राद्ध
2 अक्टूबर, बुधवार– शनैश्चरी अमावस्या, सर्व पितृ अमावस्या श्राद्ध
3 अक्टूबर, गुरुवार – शारदीय नवरात्रि शुभारंभ, घट स्थापना प्रतिपदा
4 अक्टबूर, शुक्रवार- द्वितीया
5 अक्टूबर, शनिवार- तृतीया
6 अक्टबूर रविवार- वैनायकी गणेश चतुर्थी व्रत, तृतीया तिथि वृद्धि
7 अक्टूबर, सोमवार – उपांग ललिता व्रत, चतुर्थी
8 अक्टूबर, मंगलवार- पंचमी
09 अक्टूबर, बुधवार – सरस्वती आह्वान, षष्ठी
10 अक्टूबर, गुरुवार – सरस्वती पूजन, सप्तमी
11 अक्टूबर, शुक्रवार – दुर्गाष्टमी/ नवमी
12 अक्टूबर, शनिवार – विजया दशमी, दशहरा
14 अक्टूबर, सोमवार – पापांकुशा एकादशी व्रत
15 अक्टूबर, मंगलवार – भौमप्रदोष व्रत
16 अक्टूबर, बुधवार – शरद पूर्णिमा व्रत, क्षीरपान कोजागरी व्रत