Maihar Devi Temple : मध्यप्रदेश के सतना जिले की मैहर तहसील में एक ऐसा शक्तिपीठ है जहां आदि शंकराचार्य ने सबसे पहले मां की आराधना की थी। मान्यता है कि बुंदेलखंड का एक वीर योद्धा जिससे युद्ध भूमि में सभी लोग मात खा जाते थे, ने जंगल में एक पहाड़ी पर बने इस मंदिर में नित्य पूजन शुरु किया जो आज भी अदृश्य रूप से यहां पूजा करने आता है। माता सती द्वारा अग्निदाह करने के बाद जब भगवान शिव माता की पार्थिव देह लेकर क्रोध में तांडव कर रहे थे तो भगवान विष्णु ने सुदर्शन चक्र से पार्थिव शरीर के टुकड़े गर दिए जो अंग जहां गिरा वहां शक्तिपीठ बन गया। इस स्थान पर माता के गले का हार गिरा था, मैया के हार शब्द से ही मैहर बना है।
