सिंह राशि पर वक्री गुरु के प्रभाव

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सिंह राशि के लिए बृहस्पति इस समय आपके दसवें कर्म स्थान से गोचर कर रहे हैं और वे अष्टम भाव के स्वामी भी हैं. जब बृहस्पति वक्री होते हैं, तो इसका अर्थ है कि वे आपके जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन लाने के लिए तैयार हैं. ये परिवर्तन आपके प्रोफेशनल जीवन और पारिवारिक रिश्तों में देखने को मिलेंगे. 

सिंह राशि वालों के लिए यह समय परिवर्तन और अवसरों से भरा हुआ है. पेशेवर जीवन में कुछ चुनौतियाँ हो सकती हैं, लेकिन सही दृष्टिकोण और प्रयासों से आप इन्हें पार कर सकते हैं. अपने परिवार और दोस्तों के साथ संबंधों को सुधारने के लिए तैयार रहें और अवसरों का पूरा लाभ उठाएँ.

 बृहस्पति के वक्री होने से आपकी कार्यक्षमता में बदलाव आएगा. हालांकि, यह बदलाव सकारात्मक और नकारात्मक दोनों हो सकते हैं. आपको अधिक काम का बोझ महसूस हो सकता है, खासकर जब केतु की दृष्टि भी सक्रिय हो. साथ ही, अक्टूबर में सूर्य ग्रहण होने वाला है, जो आपके कर्म स्थान पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. इसलिए, इस समय आपको संभलकर चलने की आवश्यकता है. 

परिवार और रिश्ते:  

बृहस्पति के प्रभाव से आपके पारिवारिक जीवन में भी बदलाव आ सकता है. परिवार के सदस्यों के साथ आपके रिश्तों में कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकते हैं. अचानक बदलाव संभव है, जैसे कि स्थानांतरण या घर बदलने की स्थिति. 

 करियर

जो लोग चिकित्सा, कानूनी या सलाहकार पेशों में हैं, उनके लिए यह समय विशेष रूप से अच्छा हो सकता है. बृहस्पति की दृष्टि छठे भाव पर पड़ रही है, जिससे पुराने मुकदमों से राहत मिल सकती है या किसी मेडिकल पेशे में आपकी सलाह से लोग समस्याओं का समाधान पा सकते हैं. 

धन और समृद्धि:  

बृहस्पति धन में वृद्धि के अवसर भी लाएंगे. नए मौके आपके सामने आएंगे, जो आपके वित्तीय स्थिति को मजबूत कर सकते हैं. हालांकि, आपको यह ध्यान में रखना होगा कि समस्याएं भी बढ़ सकती हैं. 

उपाय:  

सूर्य ग्रहण के दौरान विशेष सावधानी बरतें. 

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